पहाड़ों में नेटवर्क की समस्या है, फिर भी उत्साह के साथ ऑनलाइन कक्षा चला रहे है – भास्कर जोशी

13 मार्च 2020 से विद्यालय कोरोना वैश्विक महामारी के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद कर दिए  गए।अचानक आई सूचना के अनुपालन में अध्यापकों को इतना समय न मिल सका कि वे बच्चो को कुछ परियोजना कार्य या अन्य प्रकार का अकादमिक कार्य दें सकें। अतः बच्चो को व्हाट्सएप समूह...

स्कूल के पुराने छात्रों की मदद से किया ऑनलाइन कक्षा का संचालन : प्रवीण आमले

“कोरोना महामारी “के कारण समूचे भारत में भारत सरकार व सभी राज्यों ने 25 मार्च से सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू किया था। मध्यप्रदेश में तब वार्षिक परीक्षा का दौर चल रहा था। तभी अचानक परीक्षाओं का रुकना एवं स्कूलों का बंद होना बच्चों के लिए अप्रत्याशित घटना थीं। बच्चें , पालक व शिक्षक सभी शासन...

मात्र 5 बच्चों से ऑनलाइन कक्षा शुरु की, आज 53 है : नीतू सिंह

कोरोना नामक महामारी ने एक पल में ही सब उथल-पुथल कर दिया है। हम हमेशा यही सोचते रहते हैं कि इस कोरोना काल में क्या होगा! हमारा जीवन कैसा होगा! हम सबके मन में एक भय सा बैठ गया है। हम सभी का जीवन प्रभावित हो रहा है पर इससे सबसे ज्यादा बच्चों के...

ऑनलाइन शिक्षा की प्रासंगिकता – योगेंद्र चौबे

वर्तमान के परिदृश्य से हम सब अवगत हैं, कोविड-19 वैश्विक महामारी ने मानो चलती हुई गाड़ी पर अचानक से ब्रेक लगा दिया हो! इसका प्रभाव आर्थिक और सामाजिक पहलुओं पर तो पड़ा ही, साथ ही साथ जो सबसे अधिक प्रभावित हुई – वो है हमारी शिक्षा व्यवस्था और पठन-पाठन। शैक्षणिक दृष्टि से वर्तमान वस्तुस्थिति...

कोई भी काम असंभव नहीं है : योगमाया लड्ढा

जब यह सूचना मिली कि हमें अपने विद्यालय के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई शुरु करानी है, तब मन में एक आशंका जागृत हुई कि क्या परिषदीय विद्यालय के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं! ऐसा इसलिए कि बहुत सारे बच्चों के पास स्मार्ट फ़ोन का अभाव था, वही अभिभावकों के मोबाइल में इंटरनेट...

मुझे गर्व है कि मैं स्कूल ऑन मोबाइल कार्यक्रम का हिस्सा बनी और शिक्षा में अपना योगदान दिया : चांदनी झा

हम लोगों ने सुना था दूरस्थ शिक्षा या विद्यालय से दूर रहकर भी पढ़ाई। लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी में, हमने दूरस्थ शिक्षा को करीबी से महसूस किया। महामारी की वजह से हर चीज, हर जगह को बंद कर दिया गया। किसी भी आपदा में सबसे पहले प्रभावित होने वाले हमारे बच्चे, उनका विद्यालय तो...

ऑनलाइन शिक्षा देने से हमारे स्कूल को नई पहचान मिली : तूबा आसिम वाराणसी

कोरोना संकट के दौरान अचानक से सबकुछ बंद हो गया। स्कूल जाना बंद हो गया। स्कूल और बच्चों से दूर हम अपने अपने घरों में बैठे थे। इस अवधि में स्कूल को काफी मिस कर रही थी। फिर अचानक कुछ साथियों द्वारा ऑनलाइन क्लास की शुरुआत की गयी। उन्हें देखकर मुझे भी प्रेरणा मिली...
error: Content is protected !! Please donot try to copy the content.